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मंगलवार, 5 अगस्त 2025

मेरी पुस्तक - "लंका में विभीषण ?! "से...

पुस्तक :: लंका में विभीषण .?! लेखक :: अशोक कुमार वर्मा 'बिंदु' मनुष्य को छोड़ो अब कुछ लोग कहते हैं कि पर अब काफी उलट फेर हो जाना है।जहां रेगिस्तान है वहां जंगल ,जहां जंगल है वहां रेगिस्तान भी हो सकता है। सन 2002 ई0 से धरती पर बदलाव के संकेत नजर आने लगे थे। 98 प्रतिशत मनुष्यों के हालात बड़े खस्ता हैं। कुछ लोग सन 2025 ई0 के समय अमेरिकी प्रशासन मिशनरीज पर अंगुली उठाने लगे थे। राष्ट्रपति ट्रम्प को तो कुछ लोगों ने कलि से तुलना कर दी थी। ऐसे में एलन मस्क ..?! एलन मस्क पर भी कुछ लोगों के यह विचार थे कि उनकी भूमिका धरती के खतरनाक हो सकती है यदि अलिअयन के मैसेज के जवाब यदि यहां से अलिअयन की समझ से उलट हो गये। कुछ ने इस पर सावधान रहने को कहा है कि अलि अयन की ओर से आने वाले मैसेज का जवाब न दिया जाये तब ही ठीक है। माता कणिका ने कहा है कि सर जी ने एक बार महसूस किया है कि अलिअयन धरती के मानवीय भौतिक विकास से क्षुब्ध हैं । हालांकि काफी वर्षों से वे मनुष्यों को बदलने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन मनुष्य को जो मैसेज उनके आकाश तत्व में आते हैं, उन्हें मनुष्य सपना समझ कर नजरअंदाज कर देता है। लेकिन इस बीच …. अब जो धर्म पैदा होगा वह पश्चिम से पैदा होगा। मनु हिमालय पर आये तो पश्चिम से ही आये । हम देख रहे हैं कि कोई शक्ति पश्चिम से आते हुए?! कभी कश्यप देश में मनु वरुण हो चुके हैं ।ऐसे ही अब क्या एलन मस्क भावी मनु होंगे ?वे मंगल व चंद्रमा पर जीवन बसाने की तैयारी में हैं? लेकिन इस बीच अलिअयन को लेकर संदेह बने हुए हैं -एक उन व्यक्तियों के मित्र के रूप में जो की आध्यात्मिक मिशन में लगे हैं दूसरे उनके लिए शत्रु के रूप में जो सिर्फ भौतिक विकास के सहारे पंचतत्व ,प्रकृति व ब्रह्मण्ड में प्रदूषण में लगे हैं?! वास्तव में प्रकृति अभियान ,ईश्वरता में जाकर योग के लिए ,संतुलन के लिए कौन जीना चाहता है ? देवता भी कौन थे ? वे जो संतुलन बनाना चाहते थे। सिंधु के इस पार 'राम' और सिंधु के उस पार ' इहराम ' को वास्तव में कौन महसूस करना चाहता है? सिर्फ कर्मकांड के अलावा ?! कल्कि सेना का योद्धा